Haare Thake Musafir | Ramavtar Tyagi ki Kavita | Hindi Inspirational Poem by Simerjeet Singh | Motivational Kavita

हारे थके मुसाफिर के चरणों को धोकर पी लेने से मैंने अक्सर यह देखा है मेरी थकन उतर जाती है । कोई ठोकर लगी अचानक जब-जब चला सावधानी से पर बेहोशी में मंजिल तक जा पहुँचा हूँ आसानी से रोने वाले के अधरों पर अपनी मुरली धर देने से मैंने अक्सर यह देखा है, मेरी...

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Sep 03, 2020
Sukh Hindi Inspirational Poem recited by Simerjeet Singh | Motivational Kavita

ऐ “सुख” तू कहाँ मिलता है क्या तेरा कोई पक्का पता है क्यों बन बैठा है अन्जाना आखिर क्या है तेरा ठिकाना। कहाँ कहाँ ढूंढा तुझको पर तू न कहीं मिला मुझको ढूंढा ऊँचे मकानों में बड़ी बड़ी दुकानों में स्वादिष्ट पकवानों में चोटी के धनवानों में वो भी तुझको ही ढू...

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Aug 30, 2020
Pata Hi Nahi Chala Hindi inspirational Poem recited by Simerjeet Singh | Motivational Kavita | Author Unknown

समय चला , पर कैसे चला, पता ही नहीं चला , ज़िन्दगी की आपाधापी में , कब निकली उम्र हमारी यारो , *पता ही नहीं चला ,* कंधे पर चढ़ने वाले बच्चे , कब कंधे तक आ गए , *पता ही नहीं चला ,* किराये के घर से शुरू हुआ था सफर अपना , कब अपने घर तक आ गए , *पता ही नही...

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Aug 29, 2020
Zindagi Ko Bohat Seriously Liya Maine | Hindi Inspirational Poem by Simerjeet Singh

ज़िन्दगी को बहुत सीरियसली लिया मैंने... हर बात के अर्थ निकाले हर ख़ामोशी समझी हर आँख को पढ़ा मैंने... अंत में जाना जीवन सहज होने में है यूँ ही जीने में है जंग नही खेल है कोई फर्क नही पड़ता हार जाने से न फर्क पड़ता गिर पड़ने से उठो कपड़े झाड़ो चल पड़ो...

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Aug 27, 2020